कैलाश बाबू योग

यह ब्लॉग योग की सटीक जानकारी देने के लिए है। योगाभ्यास करने के लिए किसी योग्य योग गुरु का परामर्श आवश्यक है।

रविवार, अक्तूबर 18, 2020

ताड़ासन  mountain pose

आज मैं आपको ताड़ासन की संपूर्ण जानकारी दूंगा। ताड़ासन मुख्य रूप से 3 तरह से किया जाता है। आज मैं आपको स्टेप बाय स्टेप तीनों वेरिएशन बताऊंगा तीनों के क्या लाभ है..? किसको करने से अधिक लाभ मिलेगा यह भी बताऊंगा…

ताड़ासन mountain pose

प्रत्येक आसन किसी न किसी जीव-जंतु पेड़-पौधा या किसी ऋषि के नाम पर होता है, और उसी के गुण उस आसन को करने से मिलते है। इसी में से एक है ताड़ासन, जिसका नाम ताड वृक्ष के नाम पर है। ताड़ का वृक्ष बहुत ही लंबा और एकदम सीधा और बहुत ही जल्दी बढ़ने वाला होता है। ताड़ासन का अभ्यास करने से इसके सभी गुण इंसान के अंदर आ जाते है।

ताड़ासन का अभ्यास कैसे करें  How to practice Tadasana


ताड़ासन देखने में जितना आसान है, करने में उतना ही कठिन है। क्योंकि यह एक संतुलन का आसन है और संतुलन बनाने में समय लगता है।

ताड़ासन कैसे करें  How to do Tadasana

दोनों पैर परस्पर मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं। हाथ सावधान मुद्रा में, आंखें बंद, मन, शरीर और अपनी आत्मा को शिथिल करें। थोड़ी देर के लिए अंतर्मन हो जाए। 2 से 3 स्ास्वा के बाद आंखें खोले।

स्वास भरते हुए दोनों हाथों को चील के पंखों की तरह साइड से उठाते हुए ऊपर ले जाएं…

यहां तक तो तीनों प्रकार के ताड़ासन में समान स्थिति रहेगी


1 ताड़ासन की सर्वश्रेष्ठ विधि में, अपनी हथेलियों को एक दूसरे के विपरीत रखें, भुजाओं को कान से सटाकर रखें… जैसा चित्र में दिखाया गया है। आसन की पूर्ण स्थिति में आते ही स्वास नॉर्मल करें और वापस आते समय पहले एड़ियों को जमीन पर रखें फिर हाथों को श्वास छोड़ते हुए नीचे लाए…


इस तरह से ताड़ासन करने से संपूर्ण शरीर में खिंचाव उत्पन्न होता है। यहां तक कि आपके हाथ, कलाई, उंगलियों… में भी, परंतु संतुलन बनाना थोड़ा सा कठिन होता है। इसलिए इस अभ्यास को कराने से बचते है। परंतु ताड़ासन का यह सर्वश्रेष्ठ और वैज्ञानिक तरीका है। ताड़ासन का संपूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए यही अभ्यास करना चाहिए।


2 हथेलियां दोनों आमने-सामने रहेंगी, उसके बाद अपनी एड़ियों को उठा दे और अपने सारे शरीर का भार पंजो पर ले आए। पेट और पीठ की मांसपेशियों को ऊपर की तरफ खींच कर रखें। यह ताड़ासन की दूसरी स्थिति है।


श्वास नॉर्मल रखें, सहज ही चलने दे। पहली स्थिति से इसमें संतुलन बनाना थोड़ा सा आसान होता है। इसलिए इसको करने की सलाह दी जाती है। इससे संपूर्ण शरीर में खिंचाव पैदा होता है, लेकिन हाथों में खिंचाव पैदा नहीं हो पाता है। लेकिन प्रारंभ में इस स्थिति में ताड़ासन लगाने से संतुलन बनाने में आसानी होती है।


3 अपने हाथों की उंगलियों को फंसा कर हथेलियों वाला हिस्सा आसमान की तरफ रखने से ताड़ासन बहुत ही सहज और सरल हो जाता है। संतुलन बनाने में बहुत ही आसानी होती है।


अगर किसी का ताड़ासन नहीं लग रहा है। संतुलन नहीं बन रहा है। तो वे प्रारंभ में इस आसन का अभ्यास करें… उसके बाद हथेलियों को आमने सामने रखकर अभ्यास करें…जब इन दोनों में पारंगत हो जाए तो तीसरा स्टेप हथेलियों को एक दूसरे के विपरीत रखकर अभ्यास करें


प्रारंभ में आपका बार-बार संतुलन बिगड़ेगा बस आपको उसी पर ध्यान रखना है। शुरू- शुर में कुछ सेकेंड के लिए ही रोक पाएंगे। उसके बाद धीरे-धीरे जैसे-जैसे आपका अभ्यास बढ़ता जाएगा ताड़ासन का समय बढ़ता जाएगा। ताड़ासन का लाभ लेने के लिए कम से कम 30 सेकंड और अधिक से अधिक 3 से 5 मिनट तक ताड़ आसन का अभ्यास करना चाहिए।

लाभ  benefit 

यह हमारी हाइट बढ़ाने के लिए बहुत अच्छा आसन है। इससे हमारे संपूर्ण शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है। विशेषकर हमारी पेट, पीठ और पंजो पर दबाव पड़ता है।

यह शारीरिक मानसिक संतुलन को विकसित करने में मदद करता है।

रीढ़ की हड्डी में संपूर्ण खिंचाव और ढीलापन लाता है, जिसके कारण रीढ़ की हड्डी के जहां से स्नायु निकलते हैं उनके अवरोध को दूर करता है।

सुबह सुबह खाली पेट गुनगुना पानी भर पेट पीकर ताड़ासन का अभ्यास करने से पेट के समस्त रोगों का नाश होता है।

यह मलाशय और अमाशय की मांसपेशियों और आंतों में खिंचाव पैदा कर उन्हें शक्ति प्रदान करता है।

सावधानीय  Caution

वैसे तो ताड़ासन कोई भी कर सकता है लेकिन, किसी बड़ी बीमारी मे या गर्ववस्था मे यह आसान नहीं करना चाइए / या किसी योग विषशज्ञ की देक रेख मे करे /

वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें

https://youtu.be/wAXlGEI2UxY

कैलाश बाबू योग

धन्यवाद

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